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बलहारी गुरुदेव आपने बलहारी lyrics

बलहारी गुरुदेव आपने बलहारी lyrics 

( सन्त श्री फूल गीरी जीरी वाणी )

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आप न होता जुगत में, तो कुण करे भारी सहाय।
भोगता दुःख भारी, हारे भीगता दुःख भारी ॥ टेर ॥

गुरु बिन अन्धा जाणजो, नहीं है आत्मज्ञान।
जगत पच पच हारी, हारे जगत पच पच हारी ॥ 1 ॥

बलहारी गुरुदेव आपने बलहारी lyrics

असंग जुगा रो सूतो मारो मनवो, सतगुरू दिया जगाय।
शब्द सुणाय शंका हरी, हारे शब्द सुणाय शंका हरी ॥ 2 ॥

जम सूं झगड़ा जीतिया, भवसागरीया रे मांय ।
भयो आनन्द भारी, हारे भयो आनन्द भारी ॥ 3 ॥

बलहारी गुरुदेव आपने बलहारी lyrics

फुलगिरी री विनती, दूर्बल करे पुकार।
अरज सुणलो मारी, हारे अरज सुणलो मारी ॥ 4 ॥ 

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(1) पेला पेला देवरे गजानंद सिमरो (2) मैं थाने सिमरु गजानंद देवा (3) सन्तो पूजो पांचोहि देवा (4) गणपत देव रे मनाता (5) मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश (6) सन्तो मैं बाबा बहुरंगी (7) सन्तो अविगत लिखीयो ना जाई (8) अब मेरी सुरता भजन में लागी (9) अब हम गुरु गम आतम चीन्हा (10) काया ने सिणगार कोयलिया (11) मत कर भोली आत्मा (12) जोगीड़ा ने जादू कीन्हो रे (13) मुसाफिर मत ना भटके रे (14) गिगन में जाए खड़ी प्रश्न उत्तर वाणी (15) जिस मालिक ने सृष्टि रचाई (16) बर्तन जोये वस्तु वोरिए (17) गुरु देव कहे सुन चेला (18) संतो ज्ञान करो निर्मोही (19) मोक्स का पंथ है न्यारा (20) गुरुजी बिना सुता ने कूण जगावे (21) केसर रल गई गारा में (22) पार ब्रह्म का पार नहीं पाया (23) आयो आयो लाभ जन्म शुभ पायो (24) इण विध हालो गुरुमुखी (25) आज रे आनंद मारे सतगुरु आया पावणा (26) मारे घरे आजा संत मिजवान (27) गुरु समान दाता जग में है नहीं (28) बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी (29) गुरु बिन घोर अंधेरा (30) भोली सी दुनिया सतगरु बिन कैसे सरिया

bhaktigyans

My name is Sonu Patel i am from india i like write on spritual topic

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