कृष्ण भक्त सखा गोपकुमार
कृष्ण भक्त सखा गोपकुमार यत्पादपांसुर्बहुजन्मकृच्छ्रतो धृतात्मभिर्योगिभिरप्यलभ्यः स एव यदूग्विषयः स्वयं स्थितः किं वर्ण्यते दिष्टमतो व्रजौकसाम् ॥ ( श्रीमद्भा० १० ।
Read Moreकृष्ण भक्त सखा गोपकुमार यत्पादपांसुर्बहुजन्मकृच्छ्रतो धृतात्मभिर्योगिभिरप्यलभ्यः स एव यदूग्विषयः स्वयं स्थितः किं वर्ण्यते दिष्टमतो व्रजौकसाम् ॥ ( श्रीमद्भा० १० ।
Read Moreपांडवों का इतिहास धर्मो विवर्धति युधिष्ठिरकीर्तनेन पापं प्रणश्यति वृकोदरकीर्तनेन । शत्रुर्विनश्यति धनञ्जयकीर्तनेन माद्रीसुतौ कथयतां न भवन्ति रोगाः ॥ पांडवों का
Read Moreसलाह नहीं, साथ चाहिए लघुकथा एक बार एक पक्षी समुंदर में से चोंच से पानी बाहर निकाल रहा था।दूसरे ने
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Read Moreराजा दशरथ की कहानी बंदउँ अवध भुआल सत्य प्रेम जेहि राम पद। बिसुरत दीनदयाल प्रिय तनु तुम इव परिहरेड ॥
Read Moreराजा जनक की कथा आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे । कुर्वन्त्यहैतुकों भक्तिमित्यम्भूतगुणो हरिः ॥ ( श्रीमद्भा० १ । ७ । १०)
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